महाभारतम् — 13.105.41
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच ये राजानो राजसूय-अभिषिक्ताः धर्म-आत्मानः रक्षितारः प्रजानाम् ये च अश्वमेध-अवभृथ-आप्लुत-अङ्गाः तेषाम् लोका धृतराष्ट्रो न तत्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राजानो | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
राजसूय | राजसूय | pos=n,comp=y |
अभिषिक्ताः | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
आत्मानः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
रक्षितारः | रक्षितृ | pos=a,g=m,c=1,n=p |
प्रजानाम् | प्रजा | pos=n,g=f,c=6,n=p |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |
अश्वमेध | अश्वमेध | pos=n,comp=y |
अवभृथ | अवभृथ | pos=n,comp=y |
आप्लुत | आप्लु | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गाः | अङ्ग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
तेषाम् | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
लोका | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |