महाभारतम् — 13.105.30
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच ये दान-शीलाः न प्रतिगृह्णते सदा न च अपि अर्थान् आददते परेभ्यः येषाम् अ देयम् अर्हते न अस्ति किंचित् सर्व-आतिथ्याः सु प्रसादाः जनाः च
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
दान | दान | pos=n,comp=y |
शीलाः | शील | pos=n,g=m,c=1,n=p |
न | न | pos=i |
प्रतिगृह्णते | प्रतिग्रह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सदा | सदा | pos=i |
न | न | pos=i |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
आददते | आदा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
परेभ्यः | पर | pos=n,g=m,c=5,n=p |
येषाम् | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
अ | अ | pos=i |
देयम् | दा | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
अर्हते | अर्ह् | pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part |
न | न | pos=i |
अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
आतिथ्याः | आतिथ्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
प्रसादाः | प्रसाद | pos=n,g=m,c=1,n=p |
जनाः | जन | pos=n,g=m,c=1,n=p |
च | च | pos=i |