महाभारतम् — 13.105.18
Original
Segmented
गौतम उवाच मन्दाकिनी वैश्रवणस्य राज्ञो महा-भोगा भोगि-जन-प्रवेष्टव्या गन्धर्व-यक्षैः अप्सरोभिः च जुष्टा तत्र त्वा अहम् हस्तिनम् यातयिष्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गौतम | गौतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मन्दाकिनी | मन्दाकिनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
वैश्रवणस्य | वैश्रवण | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
भोगा | भोग | pos=n,g=f,c=1,n=s |
भोगि | भोगिन् | pos=n,comp=y |
जन | जन | pos=n,comp=y |
प्रवेष्टव्या | प्रविश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=krtya |
गन्धर्व | गन्धर्व | pos=n,comp=y |
यक्षैः | यक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
अप्सरोभिः | अप्सरस् | pos=n,g=f,c=3,n=p |
च | च | pos=i |
जुष्टा | जुष् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हस्तिनम् | हस्तिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यातयिष्ये | यातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |