महाभारतम् — 13.105.16
Original
Segmented
गौतम उवाच वैवस्वती संयमनी जनानाम् यत्र अनृतम् न उच्यते यत्र सत्यम् यत्र अबलाः बलिनम् यातयन्ति तत्र त्वा अहम् हस्तिनम् यातयिष्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गौतम | गौतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
वैवस्वती | वैवस्वती | pos=n,g=f,c=1,n=s |
संयमनी | संयमनी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
जनानाम् | जन | pos=n,g=m,c=6,n=p |
यत्र | यत्र | pos=i |
अनृतम् | अनृत | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यत्र | यत्र | pos=i |
सत्यम् | सत्य | pos=n,g=n,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
अबलाः | अबल | pos=a,g=m,c=1,n=p |
बलिनम् | बलिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
यातयन्ति | यातय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हस्तिनम् | हस्तिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यातयिष्ये | यातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |