महाभारतम् — 13.105.15
Original
Segmented
धृतराष्ट्र उवाच ये निष्क्रिया नास्तिकाः श्रद्दधानाः पाप-आत्मानः इन्द्रिय-अर्थे निविष्टाः यमस्य ते यातनाम् प्राप्नुवन्ति परम् गन्ता धृतराष्ट्रो न तत्र
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धृतराष्ट्र | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
निष्क्रिया | निष्क्रिय | pos=a,g=m,c=1,n=p |
नास्तिकाः | नास्तिक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
श्रद्दधानाः | श्रद्धा | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
आत्मानः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
इन्द्रिय | इन्द्रिय | pos=n,comp=y |
अर्थे | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निविष्टाः | निविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
यमस्य | यम | pos=n,g=m,c=6,n=s |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
यातनाम् | यातना | pos=n,g=f,c=2,n=s |
प्राप्नुवन्ति | प्राप् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
परम् | परम् | pos=i |
गन्ता | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
धृतराष्ट्रो | धृतराष्ट्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |