महाभारतम् — 13.105.14
Original
Segmented
गौतम उवाच यत्र प्रेतो नन्दति पुण्य-कर्मा यत्र प्रेतः शोचति पाप-कर्मा वैवस्वतस्य सदने महात्मनः तत्र त्वा अहम् हस्तिनम् यातयिष्ये
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
गौतम | गौतम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत्र | यत्र | pos=i |
प्रेतो | प्रे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नन्दति | नन्द् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुण्य | पुण्य | pos=a,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यत्र | यत्र | pos=i |
प्रेतः | प्रे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
शोचति | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वैवस्वतस्य | वैवस्वत | pos=n,g=m,c=6,n=s |
सदने | सदन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
महात्मनः | महात्मन् | pos=a,g=m,c=6,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
त्वा | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
हस्तिनम् | हस्तिन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
यातयिष्ये | यातय् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |