महाभारतम् — 13.103.17
Original
Segmented
इति उक्तवान् नहुषः तेन योजयामास तम् मुनिम् भृगुः तस्य जटा-संस्थः बभूव हृषितो भृशम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इति | इति | pos=i |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
नहुषः | नहुष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
योजयामास | योजय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मुनिम् | मुनि | pos=n,g=m,c=2,n=s |
भृगुः | भृगु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
जटा | जटा | pos=n,comp=y |
संस्थः | संस्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
बभूव | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
हृषितो | हृष् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भृशम् | भृशम् | pos=i |