महाभारतम् — 13.102.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच श्रुतम् मे भरत-श्रेष्ठ पुष्प-धूप-प्रदायिन् फलम् बलि-विधाने च तद् भूयो वक्तुम् अर्हसि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
श्रुतम् | श्रु | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
पुष्प | पुष्प | pos=n,comp=y |
धूप | धूप | pos=n,comp=y |
प्रदायिन् | प्रदायिन् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
बलि | बलि | pos=n,comp=y |
विधाने | विधान | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भूयो | भूयस् | pos=i |
वक्तुम् | वच् | pos=vi |
अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |