महाभारतम् — 13.101.14
Original
Segmented
ततः पप्रच्छ दैत्य-इन्द्रः कवि-इन्द्रम् प्रश्नम् उत्तमम् सुमनः-धूप-दीपानाम् किम् फलम् ब्रह्म-वित्तम प्रदानस्य द्विजश्रेष्ठ तद् भवान् वक्तुम् अर्हति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
ततः | ततस् | pos=i |
पप्रच्छ | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
दैत्य | दैत्य | pos=n,comp=y |
इन्द्रः | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कवि | कवि | pos=n,comp=y |
इन्द्रम् | इन्द्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रश्नम् | प्रश्न | pos=n,g=m,c=2,n=s |
उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=s |
सुमनः | सुमनस् | pos=n,comp=y |
धूप | धूप | pos=n,comp=y |
दीपानाम् | दीप | pos=n,g=m,c=6,n=p |
किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
ब्रह्म | ब्रह्मन् | pos=n,comp=y |
वित्तम | वित्तम | pos=a,g=m,c=8,n=s |
प्रदानस्य | प्रदान | pos=n,g=n,c=6,n=s |
द्विजश्रेष्ठ | द्विजश्रेष्ठ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
भवान् | भवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वक्तुम् | वच् | pos=vi |
अर्हति | अर्ह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |