महाभारतम् — 13.101.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच आलोक-दानम् नाम एतत् कीदृशम् भरत-ऋषभ कथम् एतत् समुत्पन्नम् फलम् च अत्र ब्रवीहि मे
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
आलोक | आलोक | pos=n,comp=y |
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नाम | नाम | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
कीदृशम् | कीदृश | pos=a,g=n,c=1,n=s |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |
कथम् | कथम् | pos=i |
एतत् | एतद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
समुत्पन्नम् | समुत्पद् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अत्र | अत्र | pos=i |
ब्रवीहि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |