महाभारतम् — 13.1.67
Original
Segmented
यथा मृद्-पिण्डतः कर्ता कुरुते यद् यद् इच्छति एवम् आत्म-कृतम् कर्म मानवः प्रतिपद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यथा | यथा | pos=i |
मृद् | मृद् | pos=n,comp=y |
पिण्डतः | पिण्ड | pos=n,g=m,c=5,n=s |
कर्ता | कर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
यद् | यद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
इच्छति | इष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
एवम् | एवम् | pos=i |
आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
कृतम् | कृ | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
मानवः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रतिपद्यते | प्रतिपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |