महाभारतम् — 13.1.4
Original
Segmented
रुधिरेण अवसिच्-अङ्गम् प्रस्रवन्तम् यथा अचलम् त्वाम् दृष्ट्वा पुरुष-व्याघ्र सीदे वर्षासु इव अम्बुजम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
रुधिरेण | रुधिर | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अवसिच् | अवसिच् | pos=va,comp=y,f=part |
अङ्गम् | अङ्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रस्रवन्तम् | प्रस्रु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
यथा | यथा | pos=i |
अचलम् | अचल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
व्याघ्र | व्याघ्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
सीदे | सद् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
वर्षासु | वर्षा | pos=n,g=f,c=7,n=p |
इव | इव | pos=i |
अम्बुजम् | अम्बुज | pos=n,g=m,c=2,n=s |