Original

अथ स्म कर्मणा येन लोकाञ्जयति पार्थिवः ।विद्वञ्जिज्ञासमानाय प्रब्रूहि भरतर्षभ ॥ २ ॥

Segmented

अथ स्म कर्मणा येन लोकाञ् जयति पार्थिवः विद्वञ् जिज्ञासमानाय प्रब्रूहि भरत-ऋषभ

Analysis

Word Lemma Parse
अथ अथ pos=i
स्म स्म pos=i
कर्मणा कर्मन् pos=n,g=n,c=3,n=s
येन यद् pos=n,g=n,c=3,n=s
लोकाञ् लोक pos=n,g=m,c=2,n=p
जयति जि pos=v,p=3,n=s,l=lat
पार्थिवः पार्थिव pos=n,g=m,c=1,n=s
विद्वञ् विद्वस् pos=a,g=m,c=8,n=s
जिज्ञासमानाय जिज्ञास् pos=va,g=m,c=4,n=s,f=part
प्रब्रूहि प्रब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
भरत भरत pos=n,comp=y
ऋषभ ऋषभ pos=n,g=m,c=8,n=s