महाभारतम् — 12.96.12
Original
Segmented
साधूनाम् तु मिथस् भेदात् साधुः चेद् व्यसनी भवेत् स व्रणः न अभिहन् न अनपत्यः कथंचन
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
साधूनाम् | साधु | pos=a,g=m,c=6,n=p |
तु | तु | pos=i |
मिथस् | मिथस् | pos=i |
भेदात् | भेद | pos=n,g=m,c=5,n=s |
साधुः | साधु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
चेद् | चेद् | pos=i |
व्यसनी | व्यसनिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | स | pos=i |
व्रणः | व्रण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अभिहन् | अभिहन् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
न | न | pos=i |
अनपत्यः | अनपत्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
कथंचन | कथंचन | pos=i |