महाभारतम् — 12.92.33
Original
Segmented
यदा आप्त-दक्षिणैः यज्ञैः यजते श्रद्धया अन्वितः काम-द्वेषौ अनादृत्य स राज्ञो धर्म उच्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यदा | यदा | pos=i |
आप्त | आप्त | pos=a,comp=y |
दक्षिणैः | दक्षिणा | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यज्ञैः | यज्ञ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
यजते | यज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
श्रद्धया | श्रद्धा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
अन्वितः | अन्वित | pos=a,g=m,c=1,n=s |
काम | काम | pos=n,comp=y |
द्वेषौ | द्वेष | pos=n,g=m,c=2,n=d |
अनादृत्य | अनादृत्य | pos=i |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
राज्ञो | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उच्यते | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |