महाभारतम् — 12.92.28
Original
Segmented
यः च अमात्यम् मानयित्वा यथार्हम् मन्त्रे च युद्धे च नृपो नियुञ्ज्यात् प्रवर्धते तस्य राष्ट्रम् नृपस्य भुङ्क्ते महीम् च अपि अखिलाम् चिराय
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
अमात्यम् | अमात्य | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मानयित्वा | मानय् | pos=vi |
यथार्हम् | यथार्ह | pos=a,g=n,c=2,n=s |
मन्त्रे | मन्त्र | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
युद्धे | युद्ध | pos=n,g=n,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
नृपो | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
नियुञ्ज्यात् | नियुज् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
प्रवर्धते | प्रवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
नृपस्य | नृप | pos=n,g=m,c=6,n=s |
भुङ्क्ते | भुज् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
अपि | अपि | pos=i |
अखिलाम् | अखिल | pos=a,g=f,c=2,n=s |
चिराय | चिराय | pos=i |