Original

धनात्स्रवति धर्मो हि धारणाद्वेति निश्चयः ।अकार्याणां मनुष्येन्द्र स सीमान्तकरः स्मृतः ॥ १५ ॥

Segmented

धनात् स्रवति धर्मो हि धारणाद् वा इति निश्चयः अकार्याणाम् मनुष्य-इन्द्र स सीमान्त-करः स्मृतः

Analysis

Word Lemma Parse
धनात् धन pos=n,g=n,c=5,n=s
स्रवति स्रु pos=v,p=3,n=s,l=lat
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
हि हि pos=i
धारणाद् धारण pos=n,g=n,c=5,n=s
वा वा pos=i
इति इति pos=i
निश्चयः निश्चय pos=n,g=m,c=1,n=s
अकार्याणाम् अकार्य pos=n,g=n,c=6,n=p
मनुष्य मनुष्य pos=n,comp=y
इन्द्र इन्द्र pos=n,g=m,c=8,n=s
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
सीमान्त सीमान्त pos=n,comp=y
करः कर pos=a,g=m,c=1,n=s
स्मृतः स्मृ pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part