महाभारतम् — 12.91.14
Original
Segmented
धर्मे वर्धति वर्धन्ति सर्व-भूतानि सर्वदा तस्मिन् ह्रसति हीयन्ते तस्माद् धर्मम् प्रवर्धयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
वर्धति | वृध् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
वर्धन्ति | वृध् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
सर्वदा | सर्वदा | pos=i |
तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
ह्रसति | ह्रस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
हीयन्ते | हा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रवर्धयेत् | प्रवर्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |