महाभारतम् — 12.9.34
Original
Segmented
दिवः पतत्सु देवेषु स्थानेभ्यः च महा-ऋषिषु को हि नाम भवेन अर्थी भवेत् कारण-तत्त्व-विद्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दिवः | दिव् | pos=n,g=,c=5,n=s |
पतत्सु | पत् | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
देवेषु | देव | pos=n,g=m,c=7,n=p |
स्थानेभ्यः | स्थान | pos=n,g=n,c=5,n=p |
च | च | pos=i |
महा | महत् | pos=a,comp=y |
ऋषिषु | ऋषि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
नाम | नाम | pos=i |
भवेन | भव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
अर्थी | अर्थिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कारण | कारण | pos=n,comp=y |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
विद् | विद् | pos=a,g=m,c=1,n=s |