Original

पांसुभिः समवच्छन्नः शून्यागारप्रतिश्रयः ।वृक्षमूलनिकेतो वा त्यक्तसर्वप्रियाप्रियः ॥ १३ ॥

Segmented

पांसुभिः समवच्छन्नः शून्य-आगार-प्रतिश्रयः वृक्ष-मूल-निकेतः वा त्यक्त-सर्व-प्रिय-अप्रियः

Analysis

Word Lemma Parse
पांसुभिः पांसु pos=n,g=m,c=3,n=p
समवच्छन्नः समवच्छद् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
शून्य शून्य pos=a,comp=y
आगार आगार pos=n,comp=y
प्रतिश्रयः प्रतिश्रय pos=n,g=m,c=1,n=s
वृक्ष वृक्ष pos=n,comp=y
मूल मूल pos=n,comp=y
निकेतः निकेत pos=n,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
त्यक्त त्यज् pos=va,comp=y,f=part
सर्व सर्व pos=n,comp=y
प्रिय प्रिय pos=a,comp=y
अप्रियः अप्रिय pos=a,g=m,c=1,n=s