महाभारतम् — 12.9.1
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच मुहूर्तम् तावद् एकाग्रो मनः-श्रोत्रे ऽन्तरात्मनि धारयित्वा अपि ते श्रुत्वा रोचताम् वचनम् मम
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
तावद् | तावत् | pos=i |
एकाग्रो | एकाग्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
मनः | मनस् | pos=n,comp=y |
श्रोत्रे | श्रोत्र | pos=n,g=n,c=7,n=s |
ऽन्तरात्मनि | अन्तरात्मन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धारयित्वा | धारय् | pos=vi |
अपि | अपि | pos=i |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
रोचताम् | रुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |