महाभारतम् — 12.87.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच यत्र कौन्तेय वस्तव्यम् स पुत्र-भ्रातृ-बन्धुना न्याय्यम् तत्र परिप्रष्टुम् गुप्तिम् वृत्तिम् च भारत
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यत्र | यत्र | pos=i |
कौन्तेय | कौन्तेय | pos=n,g=m,c=8,n=s |
वस्तव्यम् | वस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
स | स | pos=i |
पुत्र | पुत्र | pos=n,comp=y |
भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
बन्धुना | बन्धु | pos=n,g=m,c=3,n=s |
न्याय्यम् | न्याय्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
तत्र | तत्र | pos=i |
परिप्रष्टुम् | परिप्रच्छ् | pos=vi |
गुप्तिम् | गुप्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
वृत्तिम् | वृत्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |