महाभारतम् — 12.87.11
Original
Segmented
तत्र कोशम् बलम् मित्रम् व्यवहारम् च वर्धयेत् पुरे जनपदे च एव सर्व-दोषान् निवर्तयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
तत्र | तत्र | pos=i |
कोशम् | कोश | pos=n,g=m,c=2,n=s |
बलम् | बल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
मित्रम् | मित्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
व्यवहारम् | व्यवहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
च | च | pos=i |
वर्धयेत् | वर्धय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
पुरे | पुर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जनपदे | जनपद | pos=n,g=m,c=7,n=s |
च | च | pos=i |
एव | एव | pos=i |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
निवर्तयेत् | निवर्तय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |