महाभारतम् — 12.86.29
Original
Segmented
धर्म-अर्थ-शास्त्र-तत्त्व-ज्ञः संधिविग्रहको भवेत् मतिमान् धृतिमान् धीमान् रहस्य-विनिगूहिता
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
तत्त्व | तत्त्व | pos=n,comp=y |
ज्ञः | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
संधिविग्रहको | संधिविग्रहक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
मतिमान् | मतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धृतिमान् | धृतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
धीमान् | धीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
रहस्य | रहस्य | pos=n,comp=y |
विनिगूहिता | विनिगूहितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |