महाभारतम् — 12.85.7
Original
Segmented
दानम् एव हि सर्वत्र सान्त्वेन अनभिजल्पितम् न प्रीणयति भूतानि निर्व्यञ्जनम् इव अशनम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
हि | हि | pos=i |
सर्वत्र | सर्वत्र | pos=i |
सान्त्वेन | सान्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
अनभिजल्पितम् | अनभिजल्पित | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
प्रीणयति | प्रीणय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
निर्व्यञ्जनम् | निर्व्यञ्जन | pos=a,g=n,c=1,n=s |
इव | इव | pos=i |
अशनम् | अशन | pos=n,g=n,c=1,n=s |