महाभारतम् — 12.84.7
Original
Segmented
अर्थ-मान-अर्घ्य-सत्कारैः भोगैः उच्चावचैः प्रियान् यान् अर्थ-भाजः मन्येथाः ते ते स्युः सुख-भागिनः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
मान | मान | pos=n,comp=y |
अर्घ्य | अर्घ्य | pos=n,comp=y |
सत्कारैः | सत्कार | pos=n,g=m,c=3,n=p |
भोगैः | भोग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
उच्चावचैः | उच्चावच | pos=a,g=m,c=3,n=p |
प्रियान् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
भाजः | भाज् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
मन्येथाः | मन् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
भागिनः | भागिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |