महाभारतम् — 12.84.54
Original
Segmented
आरुह्य वातायनम् एव शून्यम् स्थलम् प्रकाशम् कुश-काश-हीनम् वाच्-अङ्ग-दोषान् परिहृत्य मन्त्रम् संमन्त्रयेत् कार्यम् अहीन-कालम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
आरुह्य | आरुह् | pos=vi |
वातायनम् | वातायन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
एव | एव | pos=i |
शून्यम् | शून्य | pos=a,g=n,c=2,n=s |
स्थलम् | स्थल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
प्रकाशम् | प्रकाश | pos=a,g=n,c=2,n=s |
कुश | कुश | pos=n,comp=y |
काश | काश | pos=n,comp=y |
हीनम् | हा | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
वाच् | वाच् | pos=n,comp=y |
अङ्ग | अङ्ग | pos=n,comp=y |
दोषान् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
परिहृत्य | परिहृ | pos=vi |
मन्त्रम् | मन्त्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
संमन्त्रयेत् | सम्मन्त्रय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
कार्यम् | कार्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अहीन | अहीन | pos=a,comp=y |
कालम् | काल | pos=n,g=n,c=2,n=s |