महाभारतम् — 12.84.32
Original
Segmented
यः तु संहरते तानि भर्तुः प्रिय-चिकीर्षया समान-सुख-दुःखम् तम् पृच्छेद् अर्थेषु मानवम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
तु | तु | pos=i |
संहरते | संहृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
तानि | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
प्रिय | प्रिय | pos=n,comp=y |
चिकीर्षया | चिकीर्षा | pos=n,g=f,c=3,n=s |
समान | समान | pos=a,comp=y |
सुख | सुख | pos=n,comp=y |
दुःखम् | दुःख | pos=n,g=m,c=2,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
पृच्छेद् | प्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
अर्थेषु | अर्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
मानवम् | मानव | pos=n,g=m,c=2,n=s |