महाभारतम् — 12.79.3
Original
Segmented
युधिष्ठिर उवाच कानि पण्यानि विक्रीणन् स्वर्ग-लोकात् न हीयते ब्राह्मणो वैश्य-धर्मेण वर्तयन् भरत-ऋषभ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
युधिष्ठिर | युधिष्ठिर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
कानि | क | pos=n,g=n,c=2,n=p |
पण्यानि | पण्य | pos=n,g=n,c=2,n=p |
विक्रीणन् | विक्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
स्वर्ग | स्वर्ग | pos=n,comp=y |
लोकात् | लोक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
न | न | pos=i |
हीयते | हा | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
ब्राह्मणो | ब्राह्मण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वैश्य | वैश्य | pos=n,comp=y |
धर्मेण | धर्म | pos=n,g=m,c=3,n=s |
वर्तयन् | वर्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
भरत | भरत | pos=n,comp=y |
ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |