Original

राजा त्राता न लोके स्यात्किं तदा स्यात्परायणम् ।एतन्मे संशयं ब्रूहि विस्तरेण पितामह ॥ १३ ॥

Segmented

राजा त्राता न लोके स्यात् किम् तदा स्यात् परायणम् एतत् मे संशयम् ब्रूहि विस्तरेण पितामह

Analysis

Word Lemma Parse
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
त्राता त्रातृ pos=n,g=m,c=1,n=s
pos=i
लोके लोक pos=n,g=m,c=7,n=s
स्यात् अस् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
किम् pos=n,g=n,c=1,n=s
तदा तदा pos=i
स्यात् अस् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
परायणम् परायण pos=n,g=n,c=1,n=s
एतत् एतद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
संशयम् संशय pos=n,g=m,c=2,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
विस्तरेण विस्तर pos=n,g=m,c=3,n=s
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s