महाभारतम् — 12.78.32
Original
Segmented
भीष्म उवाच तस्माद् द्विजातीन् रक्षेत ते हि रक्षन्ति रक्षिताः आशीः एषाम् भवेद् राज्ञाम् राष्ट्रम् सम्यक् प्रवर्धते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
द्विजातीन् | द्विजाति | pos=n,g=m,c=2,n=p |
रक्षेत | रक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
रक्षन्ति | रक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
रक्षिताः | रक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
आशीः | आशी | pos=n,g=f,c=1,n=s |
एषाम् | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
भवेद् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
राष्ट्रम् | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
सम्यक् | सम्यक् | pos=i |
प्रवर्धते | प्रवृध् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |