Original

ब्राह्मणान्परिरक्षन्ति संग्रामेष्वपलायिनः ।क्षत्रिया मे स्वकर्मस्था मामकान्तरमाविशः ॥ १४ ॥

Segmented

ब्राह्मणान् परिरक्षन्ति संग्रामेषु अपलायिन् क्षत्रिया मे स्व-कर्म-स्थाः मामक-अन्तरम् आविशः

Analysis

Word Lemma Parse
ब्राह्मणान् ब्राह्मण pos=n,g=m,c=2,n=p
परिरक्षन्ति परिरक्ष् pos=v,p=3,n=p,l=lat
संग्रामेषु संग्राम pos=n,g=m,c=7,n=p
अपलायिन् अपलायिन् pos=a,g=m,c=1,n=p
क्षत्रिया क्षत्रिय pos=n,g=m,c=1,n=p
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
स्व स्व pos=a,comp=y
कर्म कर्मन् pos=n,comp=y
स्थाः स्थ pos=a,g=m,c=1,n=p
मामक मामक pos=a,comp=y
अन्तरम् अन्तर pos=n,g=n,c=2,n=s
आविशः आविश् pos=v,p=2,n=s,l=lan