महाभारतम् — 12.76.35
Original
Segmented
त्वम् एव प्रीतिमान् तस्मात् कुरूणाम् कुरुसत्तम भव राजा जय स्वर्गम् सतो रक्ष असतः जहि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
प्रीतिमान् | प्रीतिमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
कुरूणाम् | कुरु | pos=n,g=m,c=6,n=p |
कुरुसत्तम | कुरुसत्तम | pos=n,g=m,c=8,n=s |
भव | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
जय | जि | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
सतो | सत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
रक्ष | रक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
असतः | असत् | pos=a,g=m,c=2,n=p |
जहि | हा | pos=v,p=2,n=s,l=lot |