Original

नैकान्तविनिपातेन विचचारेह कश्चन ।धर्मी गृही वा राजा वा ब्रह्मचार्यथ वा पुनः ॥ २८ ॥

Segmented

न एकान्त-विनिपातेन विचचार इह कश्चन धर्मी गृही वा राजा वा ब्रह्मचारी अथ वा पुनः

Analysis

Word Lemma Parse
pos=i
एकान्त एकान्त pos=n,comp=y
विनिपातेन विनिपात pos=n,g=m,c=3,n=s
विचचार विचर् pos=v,p=3,n=s,l=lit
इह इह pos=i
कश्चन कश्चन pos=n,g=m,c=1,n=s
धर्मी धर्मिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
गृही गृहिन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
वा वा pos=i
ब्रह्मचारी ब्रह्मचारिन् pos=n,g=m,c=1,n=s
अथ अथ pos=i
वा वा pos=i
पुनः पुनर् pos=i