महाभारतम् — 12.74.27
Original
Segmented
पापस्य लोको निरयो ऽप्रकाशो नित्यम् दुःखः शोक-भूयिष्ठः एव तत्र आत्मानम् शोचते पाप-कर्मा बह्वीः समाः प्रपतन्न् अप्रतिष्ठः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
पापस्य | पाप | pos=a,g=m,c=6,n=s |
लोको | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
निरयो | निरय | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ऽप्रकाशो | अप्रकाश | pos=a,g=m,c=1,n=s |
नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
दुःखः | दुःख | pos=a,g=m,c=1,n=s |
शोक | शोक | pos=n,comp=y |
भूयिष्ठः | भूयिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
एव | एव | pos=i |
तत्र | तत्र | pos=i |
आत्मानम् | आत्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शोचते | शुच् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पाप | पाप | pos=a,comp=y |
कर्मा | कर्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
बह्वीः | बहु | pos=a,g=f,c=2,n=p |
समाः | सम | pos=n,g=f,c=2,n=p |
प्रपतन्न् | प्रपत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
अप्रतिष्ठः | अप्रतिष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |