महाभारतम् — 12.74.21
Original
Segmented
कश्यप उवाच यथा एक-गेहे जातवेदाः प्रदीप्तः कृत्स्नम् ग्रामम् प्रदहेत् स त्वरावान् विमोहनम् कुरुते देव एष ततः सर्वम् स्पृश्यते पुण्य-पापैः
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
कश्यप | कश्यप | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
यथा | यथा | pos=i |
एक | एक | pos=n,comp=y |
गेहे | गेह | pos=n,g=n,c=7,n=s |
जातवेदाः | जातवेदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
प्रदीप्तः | प्रदीप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=2,n=s |
ग्रामम् | ग्राम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
प्रदहेत् | प्रदह् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
त्वरावान् | त्वरावत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
विमोहनम् | विमोहन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
देव | देव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
एष | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
ततः | ततस् | pos=i |
सर्वम् | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
स्पृश्यते | स्पृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
पुण्य | पुण्य | pos=n,comp=y |
पापैः | पाप | pos=n,g=n,c=3,n=p |