महाभारतम् — 12.73.25
Original
Segmented
अभयस्य एव यो दाता तस्य एव सु महत् फलम् न हि प्राण-समम् दानम् त्रिषु लोकेषु विद्यते
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
अभयस्य | अभय | pos=n,g=n,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
दाता | दातृ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
एव | एव | pos=i |
सु | सु | pos=i |
महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
फलम् | फल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
हि | हि | pos=i |
प्राण | प्राण | pos=n,comp=y |
समम् | सम | pos=n,g=n,c=1,n=s |
दानम् | दान | pos=n,g=n,c=1,n=s |
त्रिषु | त्रि | pos=n,g=m,c=7,n=p |
लोकेषु | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विद्यते | विद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |