Original

ऊधश्छिन्द्याद्धि यो धेन्वाः क्षीरार्थी न लभेत्पयः ।एवं राष्ट्रमयोगेन पीडितं न विवर्धते ॥ १६ ॥

Segmented

ऊधः छिन्द्यात् हि यो धेन्वाः क्षीर-अर्थी न लभेत् पयः एवम् राष्ट्रम् अयोगेन पीडितम् न विवर्धते

Analysis

Word Lemma Parse
ऊधः ऊधस् pos=n,g=n,c=2,n=s
छिन्द्यात् छिद् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
हि हि pos=i
यो यद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धेन्वाः धेनु pos=n,g=f,c=6,n=s
क्षीर क्षीर pos=n,comp=y
अर्थी अर्थिन् pos=a,g=m,c=1,n=s
pos=i
लभेत् लभ् pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin
पयः पयस् pos=n,g=n,c=2,n=s
एवम् एवम् pos=i
राष्ट्रम् राष्ट्र pos=n,g=n,c=1,n=s
अयोगेन अयोग pos=n,g=m,c=3,n=s
पीडितम् पीडय् pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part
pos=i
विवर्धते विवृध् pos=v,p=3,n=s,l=lat