Original

युधिष्ठिर उवाच ।कथं राजा प्रजा रक्षन्नाधिबन्धेन युज्यते ।धर्मे च नापराध्नोति तन्मे ब्रूहि पितामह ॥ १ ॥

Segmented

युधिष्ठिर उवाच कथम् राजा प्रजा रक्षन् आधि-बन्धेन युज्यते धर्मे च न अपराध्नोति तत् मे ब्रूहि पितामह

Analysis

Word Lemma Parse
युधिष्ठिर युधिष्ठिर pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
कथम् कथम् pos=i
राजा राजन् pos=n,g=m,c=1,n=s
प्रजा प्रजा pos=n,g=f,c=2,n=p
रक्षन् रक्ष् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
आधि आधि pos=n,comp=y
बन्धेन बन्ध pos=n,g=m,c=3,n=s
युज्यते युज् pos=v,p=3,n=s,l=lat
धर्मे धर्म pos=n,g=m,c=7,n=s
pos=i
pos=i
अपराध्नोति अपराध् pos=v,p=3,n=s,l=lat
तत् तद् pos=n,g=n,c=2,n=s
मे मद् pos=n,g=,c=6,n=s
ब्रूहि ब्रू pos=v,p=2,n=s,l=lot
पितामह पितामह pos=n,g=m,c=8,n=s