महाभारतम् — 12.71.2
Original
Segmented
भीष्म उवाच इयम् गुणानाम् षट्त्रिंशत् षट्त्रिंशद् गुण-संयुता यान् गुणान् तु गुण-उपेतः कुर्वन् गुणम् अवाप्नुयात्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
भीष्म | भीष्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गुणानाम् | गुण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
षट्त्रिंशत् | षट्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
षट्त्रिंशद् | षट्त्रिंशत् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
संयुता | संयुत | pos=a,g=f,c=1,n=s |
यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
गुणान् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
तु | तु | pos=i |
गुण | गुण | pos=n,comp=y |
उपेतः | उपे | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
कुर्वन् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
गुणम् | गुण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अवाप्नुयात् | अवाप् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |