Original

स धनंजय निर्द्वंद्वो मुनिर्ज्ञानसमन्वितः ।वनमामन्त्र्य वः सर्वान्गमिष्यामि परंतप ॥ ३६ ॥

Segmented

स धनंजय निर्द्वंद्वो मुनिः ज्ञान-समन्वितः वनम् आमन्त्र्य वः सर्वान् गमिष्यामि परंतप

Analysis

Word Lemma Parse
तद् pos=n,g=m,c=1,n=s
धनंजय धनंजय pos=n,g=m,c=8,n=s
निर्द्वंद्वो निर्द्वंद्व pos=a,g=m,c=1,n=s
मुनिः मुनि pos=n,g=m,c=1,n=s
ज्ञान ज्ञान pos=n,comp=y
समन्वितः समन्वित pos=a,g=m,c=1,n=s
वनम् वन pos=n,g=n,c=2,n=s
आमन्त्र्य आमन्त्रय् pos=vi
वः त्वद् pos=n,g=,c=2,n=p
सर्वान् सर्व pos=n,g=m,c=2,n=p
गमिष्यामि गम् pos=v,p=1,n=s,l=lrt
परंतप परंतप pos=a,g=m,c=8,n=s