महाभारतम् — 12.7.29
Original
Segmented
को हि बन्धुः कुलीनः सन् तथा ब्रूयात् सुहृद्-जने यथा असौ उक्तवान् क्षुद्रो युयुत्सुः वृष्णि-संनिधौ
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
को | क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
हि | हि | pos=i |
बन्धुः | बन्धु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
कुलीनः | कुलीन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
सन् | अस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
तथा | तथा | pos=i |
ब्रूयात् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
सुहृद् | सुहृद् | pos=n,comp=y |
जने | जन | pos=n,g=m,c=7,n=s |
यथा | यथा | pos=i |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उक्तवान् | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
क्षुद्रो | क्षुद्र | pos=a,g=m,c=1,n=s |
युयुत्सुः | युयुत्सु | pos=a,g=m,c=1,n=s |
वृष्णि | वृष्णि | pos=n,comp=y |
संनिधौ | संनिधि | pos=n,g=m,c=7,n=s |