Original

भीष्म उवाच ।राजवृत्तं महाराज शृणुष्वावहितोऽखिलम् ।यत्कार्यं पार्थिवेनादौ पार्थिवप्रकृतेन वा ॥ ३ ॥

Segmented

भीष्म उवाच राज-वृत्तम् महा-राज शृणुष्व अवहितः ऽखिलम् यत् कार्यम् पार्थिवेन आदौ पार्थिव-प्रकृतेन वा

Analysis

Word Lemma Parse
भीष्म भीष्म pos=n,g=m,c=1,n=s
उवाच वच् pos=v,p=3,n=s,l=lit
राज राजन् pos=n,comp=y
वृत्तम् वृत्त pos=n,g=n,c=2,n=s
महा महत् pos=a,comp=y
राज राज pos=n,g=m,c=8,n=s
शृणुष्व श्रु pos=v,p=2,n=s,l=lot
अवहितः अवहित pos=a,g=m,c=1,n=s
ऽखिलम् अखिल pos=a,g=n,c=2,n=s
यत् यद् pos=n,g=n,c=1,n=s
कार्यम् कृ pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya
पार्थिवेन पार्थिव pos=n,g=m,c=3,n=s
आदौ आदि pos=n,g=m,c=7,n=s
पार्थिव पार्थिव pos=n,comp=y
प्रकृतेन प्रकृ pos=va,g=m,c=3,n=s,f=part
वा वा pos=i