महाभारतम् — 12.68.57
Original
Segmented
दृढ-भक्ति कृतप्रज्ञम् धर्म-ज्ञम् संयत-इन्द्रियम् शूरम् अक्षुद्र-कर्माणम् निषिद्ध-जनम् आश्रयेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
भक्ति | भक्ति | pos=n,g=m,c=2,n=s |
कृतप्रज्ञम् | कृतप्रज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
ज्ञम् | ज्ञ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
संयत | संयम् | pos=va,comp=y,f=part |
इन्द्रियम् | इन्द्रिय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
शूरम् | शूर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
अक्षुद्र | अक्षुद्र | pos=a,comp=y |
कर्माणम् | कर्मन् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
निषिद्ध | निषिध् | pos=va,comp=y,f=part |
जनम् | जन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
आश्रयेत् | आश्रि | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |