महाभारतम् — 12.67.5
Original
Segmented
न अराजकेषु राष्ट्रेषु वस्तव्यम् इति वैदिकम् न अराजकेषु राष्ट्रेषु हव्यम् अग्निः वहति अपि
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
न | न | pos=i |
अराजकेषु | अराजक | pos=a,g=n,c=7,n=p |
राष्ट्रेषु | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
वस्तव्यम् | वस् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
इति | इति | pos=i |
वैदिकम् | वैदिक | pos=a,g=n,c=1,n=s |
न | न | pos=i |
अराजकेषु | अराजक | pos=a,g=n,c=7,n=p |
राष्ट्रेषु | राष्ट्र | pos=n,g=n,c=7,n=p |
हव्यम् | हव्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
अग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
वहति | वह् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
अपि | अपि | pos=i |