Original

विजयायाशु निर्याहि प्रतपन्रश्मिमानिव ।मानं विधम शत्रूणां धर्मो जयतु नः सदा ॥ २८ ॥

Segmented

विजयाय आशु निर्याहि प्रतपन् रश्मिमान् इव मानम् विधम शत्रूणाम् धर्मो जयतु नः सदा

Analysis

Word Lemma Parse
विजयाय विजय pos=n,g=m,c=4,n=s
आशु आशु pos=i
निर्याहि निर्या pos=v,p=2,n=s,l=lot
प्रतपन् प्रतप् pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part
रश्मिमान् रश्मिमन्त् pos=n,g=m,c=1,n=s
इव इव pos=i
मानम् मान pos=n,g=m,c=2,n=s
विधम विधम् pos=v,p=2,n=s,l=lot
शत्रूणाम् शत्रु pos=n,g=m,c=6,n=p
धर्मो धर्म pos=n,g=m,c=1,n=s
जयतु जि pos=v,p=3,n=s,l=lot
नः मद् pos=n,g=,c=6,n=p
सदा सदा pos=i