महाभारतम् — 12.66.12
Original
Segmented
वानप्रस्थेषु विप्रेषु त्रैविद्येषु च भारत प्रयच्छतो ऽर्थान् विपुलान् वन्य-आश्रम-पदम् भवेत्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
वानप्रस्थेषु | वानप्रस्थ | pos=n,g=m,c=7,n=p |
विप्रेषु | विप्र | pos=n,g=m,c=7,n=p |
त्रैविद्येषु | त्रैविद्य | pos=a,g=m,c=7,n=p |
च | च | pos=i |
भारत | भारत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
प्रयच्छतो | प्रयम् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
ऽर्थान् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
विपुलान् | विपुल | pos=a,g=m,c=2,n=p |
वन्य | वन्य | pos=a,comp=y |
आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
पदम् | पद | pos=n,g=n,c=1,n=s |
भवेत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |