महाभारतम् — 12.65.24
Original
Segmented
इन्द्र उवाच विनष्टायाम् दण्डनीतौ राज-धर्मे निराकृते सम्प्रमुह्यन्ति भूतानि राज-दौरात्म्यात् नृप
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
विनष्टायाम् | विनश् | pos=va,g=f,c=7,n=s,f=part |
दण्डनीतौ | दण्डनीति | pos=n,g=f,c=7,n=s |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
निराकृते | निराकृ | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
सम्प्रमुह्यन्ति | सम्प्रमुह् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=1,n=p |
राज | राजन् | pos=n,comp=y |
दौरात्म्यात् | दौरात्म्य | pos=n,g=n,c=5,n=s |
नृप | नृप | pos=n,g=m,c=8,n=s |