महाभारतम् — 12.64.21
Original
Segmented
शेषाः सृष्टा हि अन्तवन्तः हि अनन्ताः सु प्रस्थानाः क्षत्र-धर्माः विशिष्टाः अस्मिन् धर्मे सर्व-धर्माः प्रविष्टास् तस्माद् धर्मम् श्रेष्ठम् इमम् वदन्ति
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
शेषाः | शेष | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सृष्टा | सृज् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
हि | हि | pos=i |
अन्तवन्तः | अन्तवत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
हि | हि | pos=i |
अनन्ताः | अनन्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
सु | सु | pos=i |
प्रस्थानाः | प्रस्थान | pos=n,g=m,c=1,n=p |
क्षत्र | क्षत्र | pos=n,comp=y |
धर्माः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
विशिष्टाः | विशिष् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
अस्मिन् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
धर्मे | धर्म | pos=n,g=m,c=7,n=s |
सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
धर्माः | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्रविष्टास् | प्रविश् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
तस्माद् | तस्मात् | pos=i |
धर्मम् | धर्म | pos=n,g=m,c=2,n=s |
श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=2,n=s |
इमम् | इदम् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
वदन्ति | वद् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |