महाभारतम् — 12.64.19
Original
Segmented
क्षात्राद् धर्माद् विपुलाद् अप्रमेयाल् लोकाः प्राप्ताः स्थापितम् स्वम् यशः च धर्मो यो असौ आदिदेवात् प्रवृत्तो लोक-ज्येष्ठः तम् न जानामि कर्तुम्
Analysis
Word | Lemma | Parse |
---|---|---|
क्षात्राद् | क्षात्र | pos=a,g=m,c=5,n=s |
धर्माद् | धर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
विपुलाद् | विपुल | pos=a,g=m,c=5,n=s |
अप्रमेयाल् | अप्रमेय | pos=a,g=m,c=2,n=p |
लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
प्राप्ताः | प्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
स्थापितम् | स्थापय् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
स्वम् | स्व | pos=a,g=n,c=1,n=s |
यशः | यशस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
च | च | pos=i |
धर्मो | धर्म | pos=n,g=m,c=1,n=s |
यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
असौ | अदस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
आदिदेवात् | आदिदेव | pos=n,g=m,c=5,n=s |
प्रवृत्तो | प्रवृत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
लोक | लोक | pos=n,comp=y |
ज्येष्ठः | ज्येष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
न | न | pos=i |
जानामि | ज्ञा | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
कर्तुम् | कृ | pos=vi |